Description
हज्ज और उम्रा की अनिवार्यताः हज्ज एक महान इबादत है जिसे अल्लाह तआला ने अनिवार्य किया है और उसे उन पाँच स्तम्भों में से एक स्तम्भ क़रार दिया है जिन पर इस्लाम धर्म का आधार है। इस लेख में क़ुर्आन व हदीस की दलीलों और इज्माअ की रौशनी में यह उल्लेख किया गया है कि हज्ज और उम्रा समर्थ व्यक्ति पर जीवन में एक बार अनिवार्य है।
Word documents
જોડાણો
વિવિધ ભાષાઓમાં ઇસ્લામનો પરિચય પ્રસ્તુત કરવા અને શીખવવા માટે પસંદ કરેલ સામગ્રીઓનો ઇલેક્ટ્રોનિક ઇન્સાઈકલોપીડિયા (જ્ઞાનકોશ)